द पब्लिकेट। राधारानी के निवास से लेकर विवाह और उनका कृष्ण जी के संग संबंध को लेकर देश के दो बड़े संत प्रेमानंद महाराज और कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा आपस में उलझ गए हैं। मामला ये है कि, कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने राधा रानी के विषय पर कहा की वे रावल गांव में जन्मी थी। और बरसाना में उनके पिता की कचहरी थी और वे साल में केवल एक बार बरसाना जाती थी इसलिए उसका नाम बरसाना पड़ा। उन्होंने यहां तक कहा की श्रीकृष्ण की पत्नियों में राधा का नाम नहीं है।राधा जी के पति का नाम अनय घोष है।उनकी सास का नाम जटिला और ननद का नाम कुटिला था”।
उनकी इसी बात पर घमासान छिड़ गया हैं। इसलिए बरसाना के रहने वाले प्रेमानंद महाराज ने उनसे कहा कि – 4 श्लोक क्या पढ़ लिए, भागवत प्रवक्ता बन गए? तुम्हें नरक से कोई नहीं बचा सकता। हमें गाली दो तो चलेगा लेकिन, तुम हमारे इष्ट,हमारे गुरु,हमारे धर्म के खिलाफ़ बोलोगे, उनका अपमान करोगे, तो हम ये बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इसी के जवाब में कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने उनसे क्षमा मांगी और कहा कि वह प्रेमानंद रसिक है। अगर वो फोन कर देते तो उनका ये दास दौड़ा चला आता। साथ ही, उन्होंने ये भी कहा कि ये वीडियो 14 साल पुराना है और इसे काट कर चलाया गया हैं। अगर आप पूरी कमलापुर कथा सुनेंगे तो उसमें हमने राधा जी और भगवान श्री कृष्ण के विवाह का भी वर्णन किया है। ओंकारेश्वर के थापना में शिव पुराण कथा कर रहे पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जिसे भी राधा रानी के प्रसंग पर प्रमाण चाहिए वह सीहोर के कुबेरेश्वर धाम आएं। और साथ ही में ये भी कहा की राधारानी मेरी मां है। उनकी सेवा में मेरी जिंदगी,मेरा कुटुंब और मेरा खानदान पड़ा हैं।
लोगों में नज़र आई नाराज़गी,जलाए पुतले
इंदौर में लोगों ने इसी बयान के चलते उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की, पुतला भी जलाया और उनके पोस्टर पर कालिख भी पोत डाली। और कहा कि पीठ से इस तरह की बातें कहकर राधा रानी के बारे में टिप्पणी करना बिल्कुल गलत है।