- सूखा कचरा छाटने वाली कंपनी करीब 10 करोड़ से ज्यादा राशि का लगाया चूना
- नगर निगम ने जिस कंपनी को सूखा कचरा छाटने का ठेका दिया था उसमें तय की गई डील के हिसाब से, कंपनी रॉयल्टी के 1.5 करोड़ सालाना नगर निगम को देगी, जो आज तक किसी भी वर्ष जमा नहीं किया
द पब्लिकेट, इंदौर। इंदौर नगर निगम के कई घोटाले सामने आने के बाद अब एक और गड़बड़ी सामने आई है जिसमे पिछले 7 साल में 10 करोड़ से ज्यादा राशि जो नगर निगम को मिलनी थी। उस राशि में से आज तक एक रुपए भी नगर निगम को नहीं दिया गया है।
इस लूट की जानकारी जब स्वास्थ समिति के प्रभारी अश्विन शुक्ला को लगी तो उन्होंने से इंदौर महापौर पुश्वमित्र भार्गव को पत्र लिख कर सूचना दी। पत्र में अश्विन ने भार्गव से ईओडब्ल्यू (EOW) और लोकायुक्त से जांच की मांग करी गई थी। इस पत्र की कॉपी मुख्यमंत्री और नगरीय प्रशासन को भी सौंपी गई थी।
(NEPRA) नाम की कम्पनी ने लगाया चुना
नगर निगम ने निप्रा के साथ 2019 में कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था, जिसके अनुसार कंपनी प्रति वर्ष निगम को 1.5 करोड़ रुपए रॉयल्टी के देगी। जो आज तक कभी बरामद नहीं हुए है। जानकारी में सामने आया है की इस कम्पनी के फाउंडर सन्दीप पटेल है।
अक्टूबर 2018 में कॉन्ट्रैक्ट पहली बार 7 साल के लिए दिया गया था इसमें 30 जुलाई 2021 तक कंपनी को 4 करोड़ से ज़्यादा रुपए नगर निगम को देने थे। राशि न चुकाने के बावजूद दिसंबर 2021 में हुई मीटिंग में कॉन्ट्रैक्ट को जारी रखने का फैसला लिया गया। ये कॉन्ट्रैक्ट 2025 तक के लिए बनाया गया था। पर हाल ही में ये बात सामने आई है की इस कॉन्ट्रैक्ट की सीमा को 9 साल और बढ़ा दिया गया है। मतलब की को-कॉन्ट्रैक्ट 2025 तक का था वही अब 2033 तक के लिए बन गया था।
बिना राशि प्राप्त हुए भी कॉन्ट्रैक्ट की समयसीमा को बढ़ाना सीधा नगर निगम के कर्मचारियों पर एक और बार भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहा है। वहीं, महापौर ने इसमें कड़ी जांच करने की मांग ईओडब्ल्यू से की है।