द पब्लिकेट, इंदौर। जिला कोर्ट में अपने पक्ष में फैसला नहीं होने से नाराज व्यक्ति ने एडीजे पर जुते की माला फेंक दी, जिसके बाद कोर्ट परिसर में हंगामा मच गया। जिसके बाद कोर्ट में मौजूद वकीलों ने व्यक्ति की जमकर धुनाई शुरू कर दी। सूचना पर एमजी रोड पुलिस व्यक्ति को थाने ले गई। बताया जा रहा है वकीलों ने कवरेज कर रहे पत्रकारों के साथ भी मारपीट कर दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जिला कोर्ट में एडीजे श्याम दांगी 12 साल पुराने जमीन के मामले में सुनवाई कर रहे थे। सुनवाई सलीम बनाम सईद के खिलाफ चल रही थी। इस मामले को सुनवाई के बाद एडीजे श्याम दांगी ने खारिज कर दिया। न्यायाधीश द्वारा सुनाए गए फैसले पर मोहम्मद सईद ने विरोध जताया और पहले से तैयार कर लाई गई जूते की माला थेले में से निकालकर एडीजे श्याम दांगी की ओर फेंक दी, जिसे उन्होंने डायरी से झटक दिया। इसके बाद कोर्ट रूम में मौजूद मजिस्ट्रेट के सहायकों और वकीलों ने तुरंत सईद को पकड़ लिया और कोर्ट रूम से बाहर लाकर उसके साथ जमकर मारपीट की।
मामले की सूचना पर एमजी रोड पुलिस तुरंत आई और आरोपियों को निकालने का प्रयास किया, लेकिन कोर्ट में वकीलों ने उसे घेर लिया और आरोपियों को उनके हवाले करने की मांग की, करीब आधे घंटे की मशक़्कत के बाद पुलिस ने आरोपियों को बाहर निकाला और थाने ले गई। इस दौरान कवरेज करने गए फोटो जर्नलिस्ट रवि वर्मा और दीपक जैन के साथ भी वकीलों ने मारपीट की गई। बहरहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
एमजी रोड थाना पुलिस के अनुसार आरोपी का नाम मो.सलीम है, जो आजाद नगर कोहिनूर कॉलोनी फातिमा मस्जिद है के पास रहता है। बुजुर्ग का आरोप है कि मस्जिद वालों ने उसकी जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया। नगर निगम में भी आरोपी बुजुर्ग की तरफ से शिकायत की गई थी लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसके बाद 12 साल पहले कोर्ट में केस लगाया और मस्जिद के अवैध अतिक्रमण को हटाने की मांग की। जमीन नपती हुई तो मस्जिद निजी जमीन पर बनी हुई निकली। आरोपी की जमीन पर अवैध कब्जा नहीं निकला। आखिरकार कोर्ट ने केस खारिज कर दिया। आरोपी बुजुर्ग पहले से तैयारी कर जूतों की माला बनाकर साथ लाया था। आरोपी बुजुर्ग का बेटा दिव्यांग है।