द पब्लिकेट, इंदौर। पार्षद कमलेश कालरा के घर में घुसकर मारपीट करने के 21 दिन बाद पुलिस को राहत की सांस मिली है। कालरा ने जीतू यादव को मुख्य आरोपी बताया था जिसके चलते शुक्रवार रात जीतू यादव अपने वकील के साथ एसीपी कार्यालय पहुंचे और वॉइस सैंपल देकर रवाना हुए। वहीं, पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के बयानों के आधार पर अभिलाष यादव को मुख्य आरोपी बताया था जिसे कल गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया घटना की जानकारी लेने और जांच में सहयोग करने के उद्देश्य से जीतू यादव को पहले भी नोटिस दिया था। न आने पर दूसरा नोटिस घर पर चस्पा किया था, जिसमें उसे शुक्रवार तक का समय मिला था। इसके बाद जीतू यादव शुक्रवार शाम 7 बजे अपने वकील के साथ जूनी इंदौर थाने आ पहुंचा।
जीतू के आते ही एसआईटी की टीम उसे वॉइस सैंपल लेने के लिए जूनी इंदौर एसीपी कार्यालय बुला लिया। जहां पर करीब घंटे तक टीम ने जीतू के 30 अलग-अलग वॉइस सैंपल लिए। पुलिस ने वॉइस सैंपल लेने के लिए स्क्रिप्ट भी तैयार की थी जिसके हिसाब से जीतू ने लिखा हुआ बोल-बोल कर वॉइस सैंपल दिए। करीब 10 बजे तक वॉइस सैंपल लेने के बाद जीतू को पूछताछ कर रवाना कर दिया।
बुरा लगने पर किया था हमला
वहीं, पुलिस ने मामले में गिरफ्तार आरोपियों द्वारा बताए गए मुख्य आरोपित अवि उर्फ अभिलाष पिता रामनारायण देवतवार 30 निवासी रुस्तम का बगीचा को कुलकर्णी नगर से कल शाम गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपी ने बताया जीतू के खिलाफ की गई बाते उसे बुरी लगी थी जिसके चलते उसने लोगों को बुलाया और कमलेश कालरा के घर में घुसकर हमला करवाया था।