द पब्लिकेट,नई दिल्ली। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान से कोलकाता रेप व मर्डर कांड पर सुनवाई की, मामले में अदालत की बेंच में मुख्य न्यायधीश डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस जे बी पादरीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा शामिल हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा की “हम एक और रेप का इंतजार नहीं कर सकते”, कोर्ट ने इस सुनवाई को लाइव टेलीकास्ट करने का भी आदेश दिया हैं, क्योंकि यह मामला लोगो की चिंता से जुड़ा हुआ हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने इस सुनवाई के दौरान आर जी कर अस्पताल के पूर्व प्रधानाचार्य और पुलिस पर भी फटकार लगाई, बेंच ने कहा की पुलिस को एफ. आई. आर. दर्ज करने में इतना समय क्यों लगा, और पीड़िता के परिजनों को 3 घंटे तक पीड़िता को देखने क्यों नही दिया गया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा की पीड़िता की पहचान इस तरह बाहर नही आनी चाहिए थी और यह निंदनीय हैं। कोर्ट ने जांच करने के लिए एक नेशनल टास्क फोर्स का गठन किया हैं जो इस मामले में पूरी जांच करेगी, जिसकी निगरानी खुद कोर्ट करेगी, यह टास्क फोर्स तीन हफ्तों में अंतरिम रिपोर्ट और दो महीने में फाइनल रिपोर्ट देगी, इसमें एम्स के निर्देशक भी शामिल हैं। कोर्ट ने सी बी आई से भी रिपोर्ट मांगी हैं और अगली तारीख 22 अगस्त दी गई हैं।
बता दे की कोलकाता में आर जी कर अस्पताल के ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई हिंसा व बलात्कार से पूरा देश आक्रोश में आया हुआ हैं, जहां लोग सड़को पे उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं डॉक्टरों ने भी अपना विरोध हड़ताल पे जाके सांझा किया, मांग हैं पीड़िता के लिए न्याय की और बेहतर महिला सुरक्षा की।